UP Board Paper Leak: Class 12th Biology, Math paper leaked on WhatsApp
यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का विवाद अभी थमा ही था कि अब यूपी बोर्ड की 12वीं के पेपर लीक का मामला सामने आ गया है. बताया जा रहा है कि 12वीं के जीव विज्ञान और गणित का पेपर गुरुवार को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद आगरा में व्हाट्सएप के दो ग्रुप पर वायरल होने लगा.
UP Board Exam 2024: यूपी बोर्ड गणित एवं विषय जीव विज्ञान का पेपर व्हाट्सएप पर हुआ वायरल
पेपर लीक होने के बाद आगरा के जिला पर्यवेक्षक डॉ. मुकेश अग्रवाल भी माना कि जो पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हुआ है वही पेपर दूसरी शिफ्ट में आया था। उनके अनुसार अब इस मामले की जांच की जा रही है और इसी के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
5 फर्जी परीक्षार्थियों पर एफआईआर
यूपी बोर्ड की दसवीं व बारहवीं की परीक्षा में शाहजहांपुर में 02, प्रतापगढ़ में 02 और आजमगढ़ जिले में एक इस तरह कुल मिलाकर 5 फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. आज यूपी बोर्ड की पहली पाली की परीक्षा 8273 परीक्षा केंद्रों और द्वितीय पाली की परीक्षा 7997 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी.
पांच केंद्र व्यवस्थापक, 8 कक्ष निरीक्षक हटाए गए
प्रयागराज के सात परीक्षा केंद्रों में निरीक्षण के दौरान आठ ऐसे कक्ष निरीक्षक मिले जिनके पास परिचय पत्र नहीं था. केंद्र व्यस्थापक ने इन कक्ष निरीक्षकों को क्यूआर कोड वाले परिचय पत्र नहीं दिए थे. बोर्ड की टीमों ने जांच के दौरान यह अनियमितता पाई. सचिव ने इन सभी के खिलाफ फौरी कार्रवाई करते हुए पांच केंद्र व्यवस्थापक एवं आठ कक्ष निरीक्षकों को हटा दिया. साथ ही इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए भी लिखा है.
सचिव ने खुद की जांच
प्रथम पाली में हाईस्कूल विज्ञान एवं द्वितीय पाली इंटर में गणित व जीव विज्ञान की परीक्षा में सेंटरों की जांच को बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने दो टीम गठित की. एक टीम का नेतृत्व उन्होंने स्वयं किया. दोनों टीमों ने प्रयागराज के सात परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान इन केंद्रों में कक्ष निरीक्षकों के पास परिचय पत्र नही मिला. कुल आठ कक्ष निरीक्षकों के पास क्यूआर कोड वाला प्रवेश पत्र नहीं था. सचिव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चौधरी महराजदीन इंटर कालेज होलागढ़ के 5 कक्ष निरीक्षक एवं केंद्र व्यवस्थापक, शिवाजी इंटर कालेज होलागढ़ के केंद्र व्यवस्थापक, सुमेरादेवी पटेल इंटरकालेज लालगोपालगंज के 2 कक्ष निरीक्षक एवं केंद्र व्यस्थापक, हीरालाल पटेल इंटर कालेज नवाबगंज के केंद्र व्यस्थापक तथा भोलानाथ रामसुख पटेल इंटर कालेज दहियावां के 1 कक्ष निरीक्षक, केंद्र व्यस्थापक व बाह्य केंद्र व्यस्थापक को हटाने का निर्देश दिया है. जिला विद्यालय निरीक्षक को इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है.
जानकारी के लिए जांच की गई शुरू
अब इस पेपर लीक के लिए जांच शुरू कर दी गयी है। जांच के द्वारा सबसे पहले यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पेपर किस सेंटर से लीक हुआ है। इस मामले में पूरी जानकारी मिलने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
यूपी बोर्ड का 12वीं क्लास का पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है. इसे लेकर आगरा में जांच शुरू हो चुकी है. यह पेपर विनय चाहर नाम के शख्स द्वारा पेपर शुरू होने के एक घंटे बाद ही ऑल प्रिंसिपल व्हाट्सएप ग्रुप पर पर डाले गए. जैसे ही ग्रुप पर कमेंट किए गए तो तत्काल ये पेपर डिलीट किए गए. जीव विज्ञान का पेपर लीक होने का मामला तब सामने आया जब दोपहर 3.13 मिनट पर व्हाट्सएप पर पेपर डाल दिया गया.
जांच पड़ताल में खुलासा हुआ है अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली के कंप्यूटर ऑपरेटर की तरफ से ये लीक हुआ था. पेपर लीक होने पर विनय चाहर के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी गई है. विनय के अतिरिक्त स्टेटिक मजिस्ट्रेट केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ भी तहरीर दी गई है. शिक्षा विभाग ने जीव विज्ञान और गणित के पेपर लीक की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी का गठन कर दिया है.
एग्जाम शुरू होने के एक घंटे बाद ही व्हाट्सएप ग्रुप में हुआ शेयर
आपको बता दें कि गणित एवं बायोलॉजी विषय की परीक्षा की शुरुआत दोपहर 2 बजे से हुई थी लेकिन एग्जाम के एक घंटे बाद ही यानी 3 बजे पेपर व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो गया।
बोर्ड को पहुंचा दी गयी है सूचना
अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड पेपर लीक होने से संबंधित जानकारी यूपी बोर्ड को उपलब्ध करवा दी गयी है। अब बोर्ड की ओर से क्या निर्णय लिया जाता है यह जांच के बाद ही पता चलेगा।
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शिक्षा विभाग के अधिकारी अब घटना की जांच कर रहे हैं कि आखिर यह सब हुआ कैसे? इंटरमीडिएट के जीव विज्ञान और गणित का पेपर आज यानी गुरुवार को दोपहर 2:00 बजे से शुरू हुआ था. पेपर्स शुरू होने के 1 घंटे बाद दोनों पेपर ऑल प्रिंसिपल आगरा ग्रुप पर विनय चाहर मोबाइल नंबर से ग्रुप में डाल दिए गए. जीव विज्ञान के पेपर का कोड 368 जीएल और सीरियल 153 है.
व्हाट्सएप ग्रुप में जीव विज्ञान पेपर के सभी पन्ने डाले गए. व्हाट्सएप ग्रुप में डाले गए गणित के पेपर का कोड 324 एफसी है. जिस मोबाइल नंबर से ये दोनों पेपर व्हाट्सएप ग्रुप में डाले गए थे, उस पर विनय चाहर का नाम लिखा था. पेपर लीक होने की जानकारी के बाद शिक्षा विभाग में अपना तफरी मच गई और शिक्षा विभाग में पेपर लीक होने की जांच पड़ताल का काम शुरू हो गया.
जांच में यह भी माना जा रहा है कि पेपर की फोटो खींचकर किसी और व्यक्ति अथवा ग्रुप में डालने की मंशा भी हो सकती है और गलती से ये प्रिंसिपल व्हाट्सएप ग्रुप में डल गया हो. प्रिंसिपल व्हाट्सएप ग्रुप से पेपर लीक होने के बाद परीक्षा केदो की चाक चौबंद व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
आगरे के डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन ने बताया कि डॉ. इंद्र प्रकाश सिंह सोलंकी डीआईओएस की तहरीर पर थाना फतेहपुर सिकरी में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक को लेकर हड़कंप मचा था. इस आक्रोश को देखते हुए सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया था. परीक्ष रद्द करने का आदेश देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई का आश्वासन दिया था. सीएम योगी ने पेपर लीक के घटना को राष्ट्रीय पाप कहते हुए जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाकर उन तत्वों से सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने की बात कही थी