new governor : कटारिया बने पंजाब के नए राज्यपाल, संतोष गंगवार को मिली झारखंड की कमान, 10 राज्यों के राज्यपाल बदले, देखें पूरी लिस्ट
new governor list 2024 : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को new governor पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल लाल पुजारी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही उन्होंने अन्य राज्यों में राज्यपालों की नई नियुक्तियों की भी घोषणा की. 83 शेयरधारक लाल पुरोहित ने फरवरी में भारत के राष्ट्रपति को व्यक्तिगत प्रभार सौंपते हुए एक पत्र में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
पंजाब के नए राज्यपाल: गुलाब चंद कटारिया बने पंजाब के नए राज्यपाल, राष्ट्रपति ने पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार किया.
नए राज्यपाल: इनमें से कई राज्यपालों ने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया था, जबकि लाल पुरोहितों ने पंजाब और चंडीगढ़ के राज्यपाल के रूप में मुक्त होने की अपील करते हुए अपने व्यक्तिगत पद छोड़ दिए थे।
पंजाब के नये राज्यपाल पंजाब को एक नया साथी मिल गया है. बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने फौसारी लाल पुरोहित की जगह ली है. गढ़वाली द्रौपदी मुर्मू ने बनवारी लाल पुजारियों से इस्तीफा देकर आजादी हासिल की। एक तरफ जहां उन्हें उनके पद से हटा दिया गया है. अब पंजाब की कमान राज सरकार के भूतपूर्व राक्षस के हाथ में आ गयी है।
इन राज्यों को मिले नये राज्यपाल! new governor
- हरिभाऊ किशनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
- जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- ओम प्रकाश मथुरा को इकाई का गवर्नर नियुक्त किया गया है।
- संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है.
- रमेन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- सीएच विजय शंकर को कॉलेज का गवर्नर नियुक्त किया गया है.
- सीपी राधाकृष्णन, जो वर्तमान में झारखंड के राज्यपाल हैं और उनके पास तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार है, को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- वर्तमान में असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को पंजाब और चंडीगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- वर्तमान में संभाग के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
सितंबर 2021 में राज्यपाल का पद संभाला
- पुरोहित ने तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में चार साल के कार्यकाल के बाद सितंबर 2021 में पंजाब के राज्यपाल का पद संभाला। पंजाब में उनकी खास आम आदमी पार्टी (आप) सरकार का लगातार विरोध हो रहा है, खासकर पंजाब शैतान ने अलग-अलग इमारतों को मंजूरी दे दी है.
- आवास के संबंध में। जब भी गवर्नर राष्ट्रपतियों ने चिंता व्यक्त की या सलाहकारों से मांग की, प्रमुखों, गवर्नरों और आधिकारिक प्रवक्ताओं ने दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कई बार अपने पुजारियों पर बीजेपी को प्रभावित करने और सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है.
- चंडीगढ़. पंजाब के नए राज्यपाल: राजस्थान सरकार के पूर्व सहयोगी और बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया।
- बौनारी लाल पुरोहित की जगह अब गुलाब चंद कटारिया को राज्यपाल नियुक्त किया गया है. शनिवार देर रात सतीपाल को पंजाब सहित कई अन्य लोगों के बीच नियुक्त किया गया।
- बिल्डर लाल पुरोहितो ने फरवरी में इस्तीफा दे दिया था
- पंजाब के राज्यपाल जमींदारी लाल पुजारी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. फरवरी माह में उन्होंने छुट्टी ले ली थी. पुजारी भगवंत मान का कई शिष्यों को लेकर मुख्यमंत्री से विवाद चल रहा है।
- पुरोहित पंजाब सरकार द्वारा राज्यपाल से परामर्श के मुद्दे पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट ले जाने और वहां सुनवाई करने से बेहद नाराज थे. इसी वजह से उन्होंने अमित शाह के जरिए राष्ट्रपति को शाही बताया था.
पुरोहित कई व्यवसायियों में से थे
अभी शुक्रवार को ही उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर मीडिया से बात की थी, जिसमें उन्होंने सीएम मान के साथ विवाद को खतरे की वजह बताया था. पुरोहित इससे पहले असम, मेघालय और तमिलनाडु के राज्यपाल भी रह चुके हैं। पंजाब में पुजारियों का तीन साल का कार्यकाल कई मस्जिदों में बीता। पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच एक के बाद एक विवाद होते रहे हैं.
यह पहला विवाद था
पहला विवाद तब शुरू हुआ जब मेडिकल यूनिवर्सिटी प्लायाकोट के कुलपति की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि चूंकि यह कुलाधिपति का निर्णय था, इसलिए वे स्वयं बने रहेंगे. सीएम डॉ. जीएस वांडर को कुलपति की फाइल के दस्तावेज दिये गये, जिसे लौटाते हुए राज्यपाल ने राज्य सरकार को बताया कि राज्यपाल ने तीन नामों का निदेशक मंडल नियुक्त कर दिया है.
इसके बाद पहली बार राज्यपाल ने इस क्षेत्र में विशेष 17वीं पार्टी के राज्य सरकार के अनुरोध को खारिज कर दिया और आपसे विशेष 17वीं पार्टी का कारण बताने को कहा. प्रमुखता को लेकर कई वैज्ञानिक मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच चले गये. इसी तरह फरवरी महीने में बुलाए जाने वाले बजट सत्र को लेकर भी विवाद बढ़ गया है. यहां तक कि पंजाब विधानसभा द्वारा प्रस्तुत विधेयकों को भी राज्यपाल ने पारित करने से इनकार कर दिया।