Muharrm iran 2023 :  मोहम्मद इमाम हुसैन की याद में ताजिया जुलूस निकाले जाते हैं

सन 680 ईसवी से इस्लाम धर्म के लिए यह तोहार परंपरागत हो गया

सैयद सुन्नी लोग उनकी याद में मातम वह जुलूस निकालते हैंv

इसे हजरत इमाम हुसैन के मकबरे का प्रतीक माना जाता है

इस यात्रा या जुलूस को निकालते समय इस्लाम धर्म के सभी लोग शोक व्यतीत करते हैं

इमाम हुसैन की बुनियाद को बचाने के लिए कर्बला में 72 लोग शहीद हो गए थे

13 साल के बच्चे हजरत कासिम को जिंदा रहते घोड़े के टापू से गोंडा जाता था